IND vs ENG: “सिर्फ 23 ओवर गेंदबाजी करने से कोई थकता नहीं है”- बुमराह को रेस्ट दिए जाने के फैसले पर गावस्कर
जसप्रीत बुमराह को रांची टेस्ट मैच से दिया गया था आराम।
अद्यतन - Mar 4, 2024 10:12 am

टीम इंडिया इन दिनों इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है। सीरीज का चौथा टेस्ट रांची में खेला गया था, उस मैच में टीम मैनेजमेंट ने दिग्गज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत आराम देने का फैसला किया था। इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज के बीच जसप्रीत बुमराह के रेस्ट पर सवाल उठाए हैं।
बुमराह को आराम देने की वजह से रांची टेस्ट मैच में आकाश दीप को डेब्यू का मौका मिला था। हालांकि इस टेस्ट में भारत को बुमराह की कमी नहीं खली और टीम इंडिया ने 5 विकेट से मुकाबला जीतकर सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल की। हालांकि गावस्कर का कहना है कि दूसरे और तीसरे टेस्ट के बीच 9 दिन का गैप था और तीसरे टेस्ट में बुमराह ने सिर्फ 23 ओवर गेंदबाजी की थी जो थकाने वाला नहीं था।
जसप्रीत बुमराह के रेस्ट दिए जाने के फैसले से नाराज हुए सुनील गावस्कर
जसप्रीत बुमराह के रेस्ट देने के फैसले पर सवाल उठाते हुए सुनील गावस्कर ने मिड डे के कॉलम में लिखा, “राजकोट में तीसरे टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ 15 ओवर और फिर दूसरी पारी में आठ ओवर फेंकने के बावजूद, संभवतः ट्रेनर की सिफारिश पर बुमराह को रांची के लिए आराम दिया गया था।”
पूर्व बल्लेबाज ने आगे कहा कि, “मत भूलो कि दूसरे टेस्ट और तीसरे टेस्ट मैच के बीच नौ दिन का ब्रेक था और पूरे मैच में 23 ओवर गेंदबाजी करना बिल्कुल भी थका देने वाला नहीं है, तो फिर बुमराह को आराम क्यों दिया गया? चौथे टेस्ट के बाद अंतिम टेस्ट मैच से पहले आठ दिन का और ब्रेक मिलने वाला था।
बेहद फिट एथलीटों को ठीक होने और देश के लिए खेलने के लिए तैयार होने के लिए यह पर्याप्त समय है। चौथा टेस्ट भी एक महत्वपूर्ण मैच था, अगर इंग्लैंड ने उसे जीत लिया होता तो आखिरी टेस्ट निर्णायक होता। इसलिए चाहे वह एनसीए हो या बुमराह, जिसने फैसला लिया है यह भारतीय टीम के तत्काल हित में नहीं था।”
सुनील गावस्कर ने इस दौरान एक बार फिर कहा कि बुमराह की गैरमौजूदगी में भारत का रांची टेस्ट जीतना बताता है कि टीम इंडिया को बड़े नामों से फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने लिखा, “युवा आकाश दीप ने बुमराह की अनुपस्थिति की भरपाई करते हुए शानदार गेंदबाजी की और एक बार फिर दिखाया कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बड़े नाम नहीं खेलते हैं। इससे युवा खिलाड़ी हमेशा खुश रहेंगे।”