आखिर क्यों सुनील गावस्कर को याद आयें महेंद्रसिंह धोनी
अद्यतन - जनवरी 16, 2018 4:58 अपराह्न
भारतीय टीम काफी लम्बे समय के बाद विदेशी जमीन पर टेस्ट सीरीज खेलने के लिए गयीं है और अगले 1 साल तक टीम को विदेशी दौरे ही करने है जिसके लिए सभी खिलाड़ियों को पूरी तरह से फिट रहना बेहद जरुरी है और इसी कड़ी में विकेटकीपर का भी नाम आता है जिस पर टीम विदेशी दौरों पर काफी निर्भर करती है लेकिन भारतीय टीम के विकेटकीपर रिद्धिमान साहा पहले टेस्ट के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से ही बाहर हो गयें और इसी कारण भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर को महेंद्रसिंह धोनी की याद आ गयीं.
धोनी को जारी रखना चाहिए था
दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच चौथे दिन का खेल शुरू होने से पहले रिद्धिमान साहा की जगह पर दिनेश कार्तिक को तीसरे टेस्ट मैच में शामिल करने की खबर आ चुकी थी इसी पर जब गावस्कर जो सोनी टेन 1 में एक एस्पर्ट की भूमिका निभा रहे है उन्होंने इस पर कहा कि “यदि धोनी टेस्ट क्रिकेट से सन्यास नही लेते तो शायद ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिलती मुझे लगता है कि उनपर कप्तानी का दबाव काफी था जिस कारण उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले लिया लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें कप्तानी को छोड़कर टेस्ट क्रिकेट में खेलना जारी रखना चाहिए था.
सलाह बहुत मायेने रखती है
हम सभी को पता है कि धोनी ने वनडे की कप्तानी भले ही छोड़ दी हो लेकिन अभी भी कोहली उन्हें सलाह लेने जरुर जाते है इसी पर गावस्कर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि “अगर धोनी टेस्ट टीम का इस समय भी हिस्सा होते तो उनकी ड्रेसिंग रूम में सलाह काफी मायेने रखती क्योंकी हम सभी को पता है कि उन्हें मैच का कितना अनुभव है.”
पार्थिव भी है फाइटर
गावस्कर ने साहा के इस टेस्ट सीरीज से बाहर होने पर कहा कि “ये दुखद है कि साहा नहीं खेल सकेंगे उनकी कीपिंग को लेकर किसी भी तरह का संदेह नहीं है क्योंकी उनकी कीपिंग एक अलग ही लेवल पर है वहीँ पार्थिव एक फाइटर की तरह है सभी को पता है कि वे एक अच्छे बल्लेबाज भी है लेकिन जब कैच छूटता है तो किसी को भी टीम में अच्छा नहीं लगता है और तब जब आप कैच को पकड़ने के लिए ही नहीं जाएँ.”