जितना ज्यादा मैंने स्पिन गेंदबाजी की उतना ज्यादा मैंने मुथैया मुरलीधरन को देखा: सुनील नारायण ने अपने शुरुआती दिनों को किया याद
मुथैया मुरलीधरन के पास यह कला है कि वो गेंद को दोनों ही तरफ घुमा सकते है: सुनील नारायण
अद्यतन - अगस्त 1, 2022 4:12 अपराह्न
वेस्टइंडीज के सुनील नारायण को हमेशा से ही सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों की लिस्ट में शामिल किया गया है। सुनील नारायण ने सिर्फ अपनी गेंदबाजी से ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी से भी वेस्टइंडीज टीम को कई मुकाबले जिताएं हैं।
सुनील नारायण ने दुनिया भर में तमाम लीग्स में कई विकेट्स अपने नाम किए हैं। तमाम टूर्नामेंटों में कई फ्रेंचाइजी इस स्पिनर को अपनी टीम में शामिल करना चाहती हैं। सुनील नारायण गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी काफी कमाल की करते हैं। उन्हें ‘मिस्ट्री स्पिनर’ भी कहा जाता है।
सुनील नारायण ने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि वो श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन की गेंदबाजी को काफी देखते थे और अपनी गेंदबाजी में वो ज्यादा से ज्यादा वेरिएशंस डालने की कोशिश करते थे।
मुथैया मुरलीधरन की गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं: सुनील नारायण
सुनील नारायण ने क्रिकेट मंथली के सबसे हाल के संस्करण में कहा कि, ‘कैरेबियन में यह काफी मुश्किल था। जितना ज्यादा मैंने स्पिन गेंदबाजी की उतना ज्यादा मैंने मुथैया मुरलीधरन को देखा। उनके पास यह कला है कि वो गेंद को दोनों ही तरफ घुमा सकते हैं। शुरुआत में यह काफी मुश्किल था। वेस्टइंडीज के पास उस समय ऐसे स्पिनर्स नहीं थे जो लगातार खेल रहे हो। वो हमेशा एक-एक खेल खेलते थे। वहीं दूसरी ओर तेज गेंदबाजों ने अपनी घातक गेंदबाजी से टीम को संभाला हुआ था।
नारायण ने बताया कि बल्लेबाजी पहले भी और अभी भी उनके खेल का पसंदीदा पहलू है। बता दें, नारायण ने कई अलग-अलग बल्लेबाजी क्रम पर आकर आक्रामक बल्लेबाजी की है और अपनी टीम को कई मुकाबले जिताए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि, ‘मैंने जब पहला खेल खेला तब मैंने 4 दिन के मुकाबले में 14 विकेट झटके। त्रिनिदाद में लोग जानते हैं कि मैं बल्लेबाजी कर सकता हूं लेकिन यह बात हट गई और तब मैं बना नारायण एक बेहतरीन गेंदबाज। वहीं पर मैं बना ‘मिस्ट्री गेंदबाज’।
सुनील नारायण के करियर की बात की जाए तो उन्होंने 2009 में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और 2011 में भारत के खिलाफ उन्होंने वेस्टइंडीज टीम से अपना डेब्यू किया। IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के साथ 2012 के बाद जुड़ने के बाद उन्होंने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से ही काफी मुकाबलों में फ्रेंचाइजी को जीत दिलाई है।