सुनील गावस्कर और जय शाह की बीच हो सकती है लड़ाई! विराट कोहली-रोहित शर्मा हैं इसकी वजह

सुनील गावस्कर और जय शाह की बीच हो सकती है लड़ाई!, विराट कोहली-रोहित शर्मा हैं इसकी वजह

सुनील गावस्कर का मानना ​​है कि जसप्रीत बुमराह को आराम दिया जाना उचित है, लेकिन विराट कोहली और रोहित शर्मा को दलीप ट्रॉफी खेलना चाहिए था।

Sunil Gavaskar Jay Shah (Source X)
Sunil Gavaskar Jay Shah (Source X)

सुनील गावस्कर का मानना ​​है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले दलीप ट्रॉफी 2024 के पहले दौर के मैचों में खेलना चाहिए था।

पांच सितंबर से शुरू होने वाले पहले दौर के मैचों के लिए घोषित चार टीमों में कई खिलाड़ियों के नाम शामिल थे, लेकिन इन दोनों स्टार बल्लेबाजों को शामिल नहीं किया गया। वजह बताई गई है कि कोहली और रोहित को खेलने का विकल्प दिया गया था, लेकिन दोनों सीनियर और अनुभवी क्रिकेटरों ने इसमें भाग नहीं लेने का फैसला किया।

जय शाह ने दिया था बयान –

“हमें रोहित और विराट जैसे खिलाड़ियों पर दलीप ट्रॉफी में खेलने का दबाव नहीं डालना चाहिए। इससे उनके चोटिल होने का खतरा रहेगा। अगर आपने गौर किया होगा, तो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में हर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट नहीं खेलता। हमें खिलाड़ियों के साथ सम्मान से पेश आना चाहिए।”

सुनील गावस्कर नहीं हैं जय शाह की बातों से राजी

हालांकि, भारत के पूर्व महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर का मानना ​​है कि जसप्रीत बुमराह को आराम दिया जाना उचित है, लेकिन विराट कोहली और रोहित शर्मा को खेलना चाहिए था। उनका कहना है कि रोहित और विराट की उम्र बढ़ रही है।

उन्हें फॉर्म में रहने के लिए अधिक से अधिक खेलने की जरूरत है। इस साल कोई और वनडे मैच नहीं है और दोनों ने टी20 से संन्यास भी ले लिया है तो,  इस कारण से उनके लिए दलीप ट्रॉफी में तैयारी की जरूरत थी।

गावस्कर ने मिड-डे के लिए अपने कॉलम में लिखा, “चयनकर्ताओं ने कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को दलीप ट्रॉफी के लिए नहीं चुना है, इसलिए वे शायद बांग्लादेश टेस्ट सीरीज में बिना ज्यादा अभ्यास के ही उतरेंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “हालांकि यह समझ में आता है कि जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी को उनकी नाजुक पीठ के साथ सावधानी से संभालने की जरूरत है, लेकिन बल्लेबाजों को बीच में कुछ समय के लिए बल्लेबाजी करने की जरूरत होती है।”

“एक बार जब कोई खिलाड़ी किसी भी खेल में 30 से अधिक की उम्र में पहुंच जाता है, तो नियमित प्रतिस्पर्धा उसे अपने द्वारा स्थापित उच्च मानकों को बनाए रखने में मदद करेगी। जब लंबा अंतराल होता है तो मांसपेशियां कुछ हद तक कमजोर हो जाती है और पहले के उच्च मानकों पर वापस आना आसान नहीं होता है।”

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