उन्मुक्त चन्द सिर्फ एक बड़ी वजह से नहीं बन पाए दूसरे विराट कोहली
अंडर-19 के बाद रणजी ट्रॉफी में विफल रहे उन्मुक्त- निखिल चोपड़ा।
अद्यतन - फरवरी 9, 2022 11:27 पूर्वाह्न
साल 2008 में विराट कोहली ने टीम इंडिया को अंडर-19 वर्ल्ड कप जीताया था, उसी तरह भारतीय टीम ने साल 2012 में उन्मुक्त चन्द की कप्तानी में जूनियर वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। वहीं कोहली और चंद दोनों ने ही अपनी घरेलू क्रिकेट दिल्ली से खेली और दोनों में काफी समान चीजें थे। हर कोई उन्मुक्त चन्द में दूसरा विराट कोहली देख रहा था, भारत के हर क्रिकेट फैन को ऐसा लगता था कि उन्मुक्त भी विराट जैसे बड़े खिलाड़ी बन जाएंगे। लेकिन हर बार कहानी एक सी नहीं होती और ऐसा ही कुछ चंद के साथ भी हुआ, जिसे लेकर पूर्व क्रिकेटर निखिल चोपड़ा ने एक बयान दिया है।
आखिर क्यों उन्मुक्त चन्द नहीं बन पाए दूसरे विराट कोहली?
टीम इंडिया अभी तक 5 बार अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत चुकी है, इस कप को जीतने शुरूआत साल 200 से हुई थी। सबसे पहले इसे मोहम्मद कैफ की कप्तानी में टीम इंडिया ने जीता था, फिर विराट कोहली, उन्मुक्त चन्द, पृथ्वी शॉ और हाल ही में यश धुल की कप्तानी में टीम ने खिताब अपने नाम किया। इन नामों में से धुल का नाम हटा दिया जाए, तो सिर्फ उन्मुक्त चन्द ही ऐसे कप्तान रहे जो सीनियर टीम इंडिया में अपनी जगह कभी नहीं बना पाए।
*अंडर-19 के बाद रणजी ट्रॉफी में विफल रहे उन्मुक्त- निखिल चोपड़ा।
*निखिल चोपड़ा ने कहा- रणजी में विराट ने रन बनाए, लेकिन चंद फेल रहे।
*उन्मुक्त चन्द अपनी प्रतिभा को रणजी स्तर पर साबित नहीं कर पाए- चोपड़ा।
*अंडर-19 से रणजी ट्रॉफी के ट्रांजिशन में चंद से हुई गलतियां-निखिल चोपड़ा।
अब कहां हैं और क्या कर रहे हैं उन्मुक्त ?
लगातार IPL और रणजी ट्रॉफी में उन्मुक्त को प्रदर्शन खराब चल रहा था, जिसके बाद धीरे-धीरे वो टीम से बाहर होने लग गए। जिसके कुछ समय बाद उन्हें अपनी रणजी टीम बदली, लेकिन उसका भी कुछ खास असर नहीं दिखा। जिसके बाद उन्हें भारत से क्रिकेट खेलना छोड़ दिया और अमेरिका से खेलने का फैसला किया। जहां वो मेजर लीग खेल रहें हैं और हाल ही में उन्होंने Melbourne Renegades टीम से बिग बैश लीग भी खेला है।