हमें टेस्ट क्रिकेट में जल्द से जल्द योजनाएं बनानी पड़ेगी वरना हम ज्यादा आगे नहीं जा पाएंगे: शाकिब अल हसन
वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली हार के बाद शाकिब अल हसन ने कहा है कि उनकी टीम अभी ज्यादा मजबूत नहीं है और उन्हें जल्द से जल्द अपने सभी डिपार्टमेंट में सुधार करना पड़ेगा।
अद्यतन - जून 28, 2022 5:24 अपराह्न
वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 2-0 की मिली हार के बाद बांग्लादेश कप्तान शाकिब-अल-हसन ने कहा है कि अगर उनकी टीम को टेस्ट फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करना है तो सभी डिपार्टमेंट में सुधार करना पड़ेगा। उनके मुताबिक टीम के ऊपर यह जिम्मेदारी है कि उनके देश में टेस्ट क्रिकेट की संस्कृति को वापस लाया जाए।
वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली हार के बाद शाकिब अल हसन ने कहा है कि उनकी टीम अभी ज्यादा मजबूत नहीं है और उन्हें जल्द से जल्द अपने सभी डिपार्टमेंट में सुधार करना पड़ेगा।
ESPN क्रिकइंफो के मुताबिक शाकिब ने कहा कि, ‘चाहे ड्रिंक्स ब्रेक रहा हो या लंच ब्रेक, हम लोगों के इन दोनों से पहले लगातार अंतराल में विकेट्स गंवाए हैं। अगर हमारे विकेट्स ना गिरे होते तो चीज़ें कुछ और होती। मुकाबले में हमें मौके मिले थे वापसी करने के लिए लेकिन हम ऐसा कर नहीं पाए। हमें इससे काफी कुछ सीखने की जरूरत है।
टीम के हर डिपार्टमेंट को बेहतर करने की जरूरत है: शाकिब अल हसन
शाकिब ने आगे कहा कि, ‘टीम को अगर टेस्ट फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करना है तो उन्हें जल्द से जल्द अपने अंदर सुधार करना होगा। टीम में अनुभवी खिलाड़ी भी हैं और युवा भी। ऐसा नहीं है कि हमारी टीम बिल्कुल फिसड्डी है लेकिन टीम में कुछ जगह ऐसी हैं जिसमें बदलाव करना बेहद जरूरी है। हमारे पास नए युवा खिलाड़ी भी मौजूद नहीं है जो तुरंत टीम में शामिल होकर बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।
शाकिब का यह भी मानना है कि, ‘टीम अगर अपने घर में ना हारे और लगातार मुकाबले जीतते जाए तो उनके अंदर विश्वास बढ़ेगा और फिर चाहे किसी भी देश के दौरे के लिए वो लोग जाए उनका प्रदर्शन हमेशा अच्छा ही रहेगा। बता दें, बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने दोनों टेस्ट मुकाबले हारे थे।
मेजबान टीम ने पहला मुकाबला 7 विकेट से जीता था, वहीं दूसरे मुकाबले में वेस्टइंडीज ने बांग्लादेश को 10 विकेट से मात दी थी। शाकिब ने आगे बताया कि, अब उनकी टीम के ऊपर यह जिम्मेदारी आ गई है कि उनके देश में टेस्ट क्रिकेट की संस्कृति को वापस लाया जाए।
हमें जल्द से जल्द योजना बनानी पड़ेंगी और उन्हीं योजनाओं के तहत हमें क्रिकेट खेलना होगा वरना हम भविष्य में ज्यादा आगे नहीं जा पाएंगे। मैं यह नहीं कहूंगा कि हम टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं लेकिन जिस तरीके का रिजल्ट हम लोगों के सामने आ रहा है वह काफी निराशाजनक है।