अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इन तीन रिकॉर्ड्स को तोड़ नहीं पाए महेंद्र सिंह धोनी
महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी 60 मुकाबलों में की है जिसमें उन्होंने 40.64 के औसत से 3454 रन बनाए हैं। इसमें 5 शतक और 24 अर्धशतक मौजूद है।
अद्यतन - अक्टूबर 31, 2022 3:40 अपराह्न

महेंद्र सिंह धोनी को दुनिया के बेहतरीन कप्तानों में से एक माना जाता है। एक बेहतरीन कप्तान होने के साथ-साथ वो शानदार बल्लेबाज और कमाल के विकेटकीपर भी हैं। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को कई मुकाबलों में जीत दिलाई है।
बता दें, महेंद्र सिंह की अगुवाई में भारतीय टीम ने 2007 टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की है। धोनी को दुनिया के बेहतरीन फिनिशरों में भी गिना जाता है। अंतिम ओवरों में चाहे जितने भी रन चाहिए हो हमेशा दबाव गेंदबाज के ऊपर देखने को मिला है। महेंद्र सिंह धोनी ने अगस्त 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। हालांकि वो अभी भी IPL में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) टीम की ओर से खेलते हैं।
बल्लेबाजी में धोनी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए है। एक सफल कप्तान होने के साथ-साथ वो शानदार बल्लेबाज भी रहे हैं। हालांकि तीन रिकॉर्ड ऐसे भी हैं जिनको महेंद्र सिंह धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तोड़ नहीं पाए।
ये रहे वो तीन रिकॉर्ड:
1- वनडे में किसी भी विकेटकीपर द्वारा सबसे ज्यादा बार आउट करना

विकेट के पीछे अगर महेंद्र सिंह धोनी खड़े हैं तो बल्लेबाज अपनी क्रीज को छोड़ने से पहले 10 बार सोचते थे। विकेट के पीछे उन्होंने कई कैच और स्टंप आउट किया है। वनडे क्रिकेट की बात की जाए तो धोनी ने 345 पारियों में 444 शिकार किए हैं।
धोनी वनडे क्रिकेट में एक विकेटकीपर द्वारा सबसे अधिक आउट करने की सूची में एडम गिलक्रिस्ट और कुमार संगकारा के बाद तीसरे स्थान पर आते हैं। जहां एक तरफ एडम गिलक्रिस्ट ने 472 शिकार किए हैं वहीं कुमार संगकारा ने विकेट के पीछे से 482 बार खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है। धोनी ने कुल 321 कैच लपके हैं और 123 स्टंपिंग की है।
भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से धोनी ने संन्यास ले लिया हो लेकिन IPL में उनको खेलते हुए देखा जा सकता है। तमाम प्रशंसक भी IPL का इंतजार सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी को खेलते हुए देखने के लिए करते हैं।