शाहिद अफरीदी ने रावलपिंडी पिच पर दिया चौंकाने वाला बयान, बाबर आजम के दृष्टिकोण पर जताई नाराजगी
शाहिद अफरीदी ने रावलपिंडी में बाबर आजम और टीम प्रबंधन के रक्षात्मक रवैये की आलोचना की।
अद्यतन - Mar 10, 2022 7:45 pm

पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच रावलपिंडी स्टेडियम में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ। जारी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में पांच दिनों में केवल 14 विकेट गिरे, वहीं रावलपिंडी पिच के सूखे और बेजान होने से गेंदबाज असहाय थे, लेकिन बल्लेबाजों में जमकर रन बटोरे।
इस पहले मैच के शुरुआत से ही रावलपिंडी पिच आलोचना का शिकार हो चुकी थी, और मैच के समापन के बाद तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों से लेकर फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञ सभी पिच की शिकायत कर रहे है, और पाकिस्तान पर यह कहते हुए निशाना साध रहे है कि उन्होंने जानबूझकर मृत पिच तैयार की थी।
अब इस कड़ी में पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर और पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी जुड़ गए हैं। उन्होंने रावलपिंडी पिच पर चौंकाने वाला बयान दिया हैं। उन्होंने दावा किया हैं कि रावलपिंडी पिच इस तरह से तैयार की गई थी कि पाकिस्तान को यह मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से हारना ना पड़े, और इसलिए इतनी खराब पिच तैयार की गई। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के बारे में नहीं सोचा, सिर्फ अपनी हार को बचाना चाहा।
शाहिद अफरीदी ने रावलपिंडी पिच पर उठाए सवाल
पाकिस्तानी न्यूज चैनल समा टीवी पर बातचीत के दौरान शाहिद अफरीदी ने कहा पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के बारे में नहीं सोचा। हमारी मुख्य मंशा हार से बचने को प्राथमिकता देना था। उन्होंने कहा लाहौर और कराची में होने वाले अगले दो टेस्ट मैचों के लिए पाकिस्तान को अच्छी पिच तैयार करना चाहिए। पूर्व कप्तान ने आगे कहा पाकिस्तान को अपने घरेलू सीरीज का फायदा उठाना चाहिए, नहीं तो जब टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी, तो वहां पर उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ेगा।
शाहिद अफरीदी ने बाबर आजम और टीम प्रबंधन के रक्षात्मक रवैये की आलोचना की। उन्होंने कहा पाकिस्तान क्रिकेट टीम की मौजूदा गेंदबाजी ताकत बहुत अच्छी है, वे ऑस्ट्रेलियाई टीम को आउट कर सकते हैं। और ऐसा भी नहीं है कि पाकिस्तानी बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को नहीं संभाल सकते।
पिछले कई वर्षों में क्रिकेट का विकास बहुत हुआ है, अब समय आ गया है कि पाकिस्तान भी बढ़ें, और पिच को सहारा ना बनाए। अगर पाकिस्तान टीम चाहती हैं कि उनकी गिनती दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसे बड़े देशों की टीमों में हो तो उन्हें सकारात्मक रहने की जरूरत है।