गेल का बल्ला चला तो वेस्टइंडीज की टीम विश्व कप में कर सकती है भारी उलटफेर
अद्यतन - फरवरी 20, 2019 11:42 अपराह्न
विश्व कप 2019 की तारीख आने में 100 दिनों से कम का समय रह गया है। सभी देशों के खिलाड़ियों के दिल की धड़कनें अभी से विश्व कप प्रतियोगिता के लिए बढ़ने लगीं हैं। हर कोई विश्व कप के मुकाबलों को अपने पक्ष में करने के गुणा-भाग में जुटा है। ऐसे में विश्व कप का खिताब दो बार जीतने वाले वेस्ट इंडीज के कप्तान क्लाइव लायड ने बताया कि विश्व कप में पहला शतक कैसे जड़ा गया। इसके लिए हमने क्या कुछ किया वह बहुत अकल्पनीय है।
क्रिस गेल फार्म में रहे तो वेस्ट इंडीज कर सकती है कमाल
क्लाइव लायड ने कहा कि वेस्ट इंडीज की टीम विश्व कप 2019 में काफी उलटफेर कर सकती है। उन्होंने हाल ही में वेस्ट इंडीज के दौरे पर आई इंग्लैंड की टीम को टेस्ट मैचों में धूल चटाने की घटना को याद करते हुए बताया कि इंग्लैंड जैसी टीम को इतने कम स्कोर पर आउट करके कैरेबियाई लड़कों ने जो कमाल दिखाया है वह वास्तव में तारीफ के काबिल है।
क्रिस का बल्ला मचायेगा जोरदार हल्ला
उन्होंने कहा कि क्रिस गेल फार्म में हों और सही टीम का चुनाव करते हैं तो वह टीम विश्व कप में अच्छी से अच्छी टीमों का मुकाबला करके चौका सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे पर वनडे के काफी अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन गेल का बल्ला धूम मचाएगा और वे इस टूर्नामेंट में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
विश्व कप जीतने की खुशी क्या होती है, मुझे मालूम है
लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान लायड ने अपने अनुभवों को साझा किया। इस कार्यक्रम में लायड के साथ नासिर हुसैन, ग्रीम स्वान, एलिस्टेयर कुक, जेम्स एंडरसन जैसे धुरंधर क्रिकेटर भी मौजूद थे। इनमें से क्लाइव लायड ने बताया कि विश्व कप जीतने की खुशी क्या होती है। उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में बहुत ही खुशकिस्मत हूं कि मुझे यह खुशी एक बार नहीं दो-दो बार मिल चुकी है।
मात्र 85 गेंदों में बनाया था शतक
उन्होंने बताया कि यह पहला विश्व कप था, मैंने सोचा कि अब कभी भी पहला विश्व कप नहीं होगा। इसको यादगार बनाया जाए। उन्होंने कहा कि मेरे जेहन में सिर्फ एक ही बात उस समय थी कि इस विश्व कप को किसी तरह से जीता जाए। यह हमारे लिए बहुत ही रोमांचकारी था। मौजूदा समय में बल्लेबाज हर बॉल पर रन बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन क्लाइव लाइड ने 1975 में आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मुकाबले में मात्र 85 गेंदों पर 102 रन ठोंक कर शतक बनाया था।
विश्व कप के फाइनल में 12 चौके और दो छक्के लगाये थे
उस समय उन्होंने 12 चौके और 2 सिक्स लगाकर तेजी से यह शतक बनाया था। पुरानी याद ताजा करते हुए क्लाइव लायड ने बताया कि वेस्ट इंडीज की टीम न्यौता मिलने पर पहले बल्लेबाजी कर रही थी और जब हमारी टीम के तीन विकेट मात्र 50 रन पर गिर गये थे,उस समय मैं बल्लेबाजी करने के लिए उतरा था। उस समय डेनिस लिली, जैफ थामसन,गैरी गिलमर जैसे खतरनाक बॉलर हमारे सामने थे। पहले तो हमने सोचा कि ऐसा क्या करूं कि इन बॉलरों को कब्जे में लूं। फिर थोड़ी देर में सिर्फ बॉल ही दिखने लगी और हाथ अपने आप चलने लगे।
रोशन कन्हाई ने दिया था खूब साथ
हमारे सामने वाले छोर पर रोशन कन्हाई थे। उन्होंने हमारा खूब साथ दिया। हमारे इशारे वह अच्छी तरह से समझते थे। इसी के चलते हम दोनों ने 149 रनों की साझेदारी करने में कामयाबी पाई थी। हमने उस मैच में 60 ओवरों में आठ विकेट पर 291 रनों का स्कोर बनाया, जो उस समय बहुत बड़ा स्कोर माना जाता था। इसके बाद जब आॅस्ट्रेलियाई टीम जवाब देने के लिए आई तो हम लोगों ने पूरे मैच में उन दबाव बनाये रखा और नतीजा यह हुआ कि हम जीत गये।