ऋषभ पंत अब ठीक है और बहुत तेजी से रिकवर कर रहे हैं: DDCA के निदेशक श्याम शर्मा
DDCA के अध्यक्ष रोहन जेटली ने पहले यह बयान दिया था कि यह संस्थान अगर जरूरत पड़ी तो पंत को देहरादून से दिल्ली एयरलिफ्ट करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
अद्यतन - Jan 1, 2023 10:32 am

दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के निदेशक श्याम शर्मा ने 31 दिसंबर को ऋषभ पंत से मिलने के बाद उनकी हालत ठीक होने पर संतोष व्यक्त किया है। बता दें, 30 दिसंबर को भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत एक कार दुर्घटना का शिकार हो गए थे जिसके बाद उन्हें काफी चोट आई थी।
वो अपने घर वापस आ रहे थे जब दिल्ली-देहरादून हाईवे में उनकी कार डिवाइडर से लड़ गई और इस कार ने तुरंत आग पकड़ ली। उसके बाद उन्हें तुरंत रुड़की के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
BCCI ने अपने मेडिकल बयान में यह पुष्टि की है कि भारतीय क्रिकेटर के सिर में दो कट आए हैं, उनके दाहिने घुटने में चोट लगी है और उनकी दाहिनी कलाई, टखने, पैर की उंगली और पीठ में भी काफी गंभीर चोटें आई हैं। हालांकि 31 दिसंबर की रिपोर्ट की मानें तो क्रिकेटर अभी पहले से काफी ठीक है और बहुत तेजी से रिकवर हो रहे हैं।
वो अभी पहले से काफी बेहतर है: DDCA के निदेशक श्याम शर्मा
DDCA के निदेशक श्याम शर्मा ने ऋषभ पंत से मिलने के बाद IANS को बताया कि, ‘ऋषभ पंत अभी ठीक है। वो हस भी रहे हैं और तेजी से रिकवर भी कर रहे हैं। अभी की स्थिति को देखकर ऐसा कहा जा सकता है कि वो बहुत जल्दी रिकवर करेंगे। इस समय वो ICU में है।’
DDCA के अध्यक्ष रोहन जेटली ने पहले यह बयान दिया था कि यह संस्थान अगर जरूरत पड़ी तो पंत को देहरादून से दिल्ली एयरलिफ्ट करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हालांकि शर्मा ने यह बात साफ कर दी है कि जो BCCI आदेश देगा वहीं माना जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय पंत को एयरलिफ्ट करने की कोई जरूरत नहीं है।
शर्मा ने कहा कि, ‘जो BCCI आदेश देगा हम वैसे ही कार्य करेंगे। रोहन जेटली ने मुझसे कहा था कि आप उनसे जाकर मिले और मैं उनके परिवार के सदस्य की तरह पंत से मिलने गया। ऋषभ पंत बिल्कुल हमारे बच्चे जैसा है और उनके लिए हम सब चीजें करने के लिए पूरी तरह से तैयार। हालांकि अभी कुछ भी करने की कोई जरूरत नहीं है। ऋषभ पंत आराम कर रहे हैं और जो BCCI और उनके परिवार वाले फैसला लेंगे हम वैसा ही करेंगे।’