इस बार तोड़ा IPL में बायो बबल, तो होगी कड़ी कार्रवाई - क्रिकट्रैकर हिंदी

इस बार तोड़ा IPL में बायो बबल, तो होगी कड़ी कार्रवाई

बायो बबल पर BCCI पहले से ज्यादा सख्त हो चुका है।

Chennai Super Kings and Sunrisers Hyderabad. (Photo Source: IPL/BCCI)
Chennai Super Kings and Sunrisers Hyderabad. (Photo Source: IPL/BCCI)

BCCI जल्द शुरू होने वाले आईपीएल के दूसरे फेज को लेकर सख्त कदम उठाने के मूड में है, जिसकी शुरुआत बायो बबल से होगी। पहले फेज में हुई गलतियों से बोर्ड अब सीख ले चुका है और सारी एहतियात बरता रहा है। वहीं, लीग के दूसरे फेज को लेकर नए नियम सामने आ गए हैं।

बायो बबल तोड़ने पर हो सकती है सख्त कार्रवाई

इस साल अप्रैल-मई में हुए IPL के दौरान कुछ खिलाड़ी संक्रमित पाए गए थे जिसके बाद इसे स्थगित करना पड़ा था। ऐसी घटना से बचने के लिए यूएई में होने वाले लीग के दौरान सख्त नियम लागू होंगे, जो खिलाड़ियों के साथ-साथ बाकी लोगों पर भी लागू होंगे।

*खिलाड़ियों के परिवारों ने अगर बायो बबल का उल्लंघन किया, तो उन पर होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई।
*फ्रेंचाइजी से जुड़े लोगों पर भी ये नियम होगा लागू, नहीं बरती जाएगी नरमी।
*लीग के फेज-2 को लेकर BCCI ने निकाली है नई हेल्थ एडवाइजरी।

यूएई में होंगे कितने बबल?

पिछले साल हुए IPL के दौरान यूएई का बायो बबल काफी सुरक्षित था, जिसके चलते पूरा टूर्नामेंट बिना किसी रुकावट के पूरा हो गया। इस बार भी कुछ ऐसे ही कड़े बायो बबल के अंदर 31 मैच खेले जाएंगे और इन नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।

*बोर्ड दूसरे फेज के लिए कुल 14 बायो बबल तैयार करेगा।
*सबसे पहले 8 टीमों के लिए बनाया जाएगा कड़ा बायोसिक्योर बबल।
*बाकी के 3 बायो बबल में होंगे मैच अधिकारी।
*वहीं, शेष 3 बायो बबल में ब्रॉडकास्टरों-कमेंटेटरों को रखा जाएगा।

क्या होता है बायो बबल?

कोरोना के बाद से हर खेल बायो बबल नियम के तहत हो रहे हैं। इसमें वायरस के संपर्क में आने के कम आसार होते हैं लेकिन कभी-कभी इस बबल से खिलाड़ी काफी परेशान भी हो जाते हैं।

*बायो बबल को जैविक वातावरण भी कहा जाता है।
*कोरोना टेस्ट के बाद इस बबल में शामिल होते हैं खिलाड़ी।
*बबल के अंदर किसी भी बाहरी व्यक्ति की नहीं होती एंट्री।
*यूएई के बबल में एक टीम को मिलता है एक होटल।
*होटल के कर्मचारी भी लीग के दौरान नहीं जा सकते होटल छोड़कर।
*समय-समय पर होता है सबका कोरोना टेस्ट।
*नजर रखने के लिए खिलाड़ियों को पहनाया जाता है बैंड या ट्रैकिंग लॉकेट।

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