गौतम गंभीर की कोचिंग में टेस्ट क्रिकेट का सबसे बुरा दौर – भारत ने झेले पाँच बड़े अनचाहे रिकॉर्ड
गंभीर की कोचिंग में भारत ने रिकॉर्ड जीतों से ज्यादा रिकॉर्ड हारों का सामना किया
अद्यतन - Nov 17, 2025 7:19 pm

गौतम गंभीर जुलाई 2024 में राहुल द्रविड़ की जगह भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच बने। उनके आने के बाद भारत ने लिमिटेड-ओवर्स में बहुत बड़ी सफलताएँ हासिल कीं जैसे 2025 चैंपियंस ट्रॉफी और 2025 एशिया कप जीतना। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में टीम का प्रदर्शन लगातार गिरता गया। इस दौरान कई ऐसे रिकॉर्ड बने जिन्हें टीम और फैंस कभी नहीं देखना चाहते थे।
नीचे गंभीर की कोचिंग में बने पाँच बड़े अनचाहे रिकॉर्ड दिए जा रहे हैं –
1. 12 साल में पहली बार घरेलू टेस्ट सीरीज में हार
भारत को गौतम गंभीर की कोचिंग में 12 साल बाद पहली बार अपने ही घर में टेस्ट सीरीज में हार मिली। न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराकर सबको चौंका दिया। टीम इंडिया पहले बेंगलुरु में हारी, फिर पुणे में और आख़िर में मुंबई में भी मैच नहीं जीत सकी। इस हार के साथ भारत की लगातार 12 साल से चल रही घरेलू टेस्ट सीरीज जीतने की लय टूट गई। यह नतीजा भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत बड़ा झटका माना गया।
2. 24 साल बाद पहली बार 3-0 का क्लीन स्वीप
भारत को गौतम गंभीर की कोचिंग में 24 साल बाद पहली बार 3-0 का क्लीन स्वीप झेलना पड़ा। न्यूजीलैंड ने भारत को लगातार तीनों टेस्ट मैचों में हराकर बड़ा उलटफेर किया।
इससे पहले भारत को घर में ऐसा क्लीन स्वीप 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिला था। मुंबई टेस्ट में अजाज पटेल के शानदार प्रदर्शन ने भारत की हार में अहम भूमिका निभाई। यह साफ दिखा कि इस सीरीज में टीम इंडिया बिल्कुल लय में नहीं थी और हर मैच में संघर्ष करती नजर आई।
3. 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हाथ से गई
गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत को 10 साल बाद पहली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवानी पड़ी। ऑस्ट्रेलिया ने पाँच मैचों की इस सीरीज में भारत को 3-1 से हराया और टीम इंडिया की 10 साल से चली आ रही जीत का सिलसिला खत्म कर दिया।
लंबे समय से यह ट्रॉफी भारत के पास ही रहती थी, लेकिन इस बार टीम शुरुआत से ही लय नहीं पकड़ पाई। गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में अस्थिर प्रदर्शन के कारण भारत कई अहम मौके गंवा बैठा। यह हार फैंस और टीम दोनों के लिए बड़ी निराशा लेकर आई।
4. पहली बार WTC फाइनल में जगह बनाने में नाकामी
गौतम गंभीर की कोचिंग में पहली बार भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में जगह नहीं बना सका। इससे पहले भारत लगातार दोनों फाइनल (2019-21 और 2021-23) में पहुँचा था, लेकिन इस बार टीम का प्रदर्शन कमजोर रहा।
न्यूजीलैंड से 0-3 की हार और ऑस्ट्रेलिया से 1-3 की सीरीज हार के कारण भारत की WTC पॉइंट्स तालिका में स्थिति बिगड़ती चली गई। लगातार मैच हारने से टीम का अभियान पटरी से उतर गया और पहली बार भारत फाइनल रेस से बाहर हो गया। यह नतीजा भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए एक बड़ी चिंता बनकर सामने आया।
5. 15 साल बाद दक्षिण अफ्रीका से घरेलू हार
गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत को 15 साल बाद पहली बार अपने घर में दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में टीम इंडिया 124 रन जैसे छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए 30 रन से मैच हार गई।
यह हार इसलिए और बड़ी मानी गई क्योंकि भारत आमतौर पर घरेलू पिचों पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बेहद मजबूत रहता है। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह लड़खड़ा गई और टीम आसान लक्ष्य भी हासिल नहीं कर पाई। यह नतीजा भारतीय टेस्ट क्रिकेट की कमजोर होती स्थिति को साफ दिखाता है।