‘उन्होंने अपने जीवन को एक राजा की तरह जिया’- शेन वॉर्न को लेकर संजू सैमसन का बयान
संजू सैमसन ने आगे कहा कि वाॅर्न का सामना करना उनका सपना था।
अद्यतन - मई 3, 2022 4:37 अपराह्न
महान ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न वो पहले कप्तान थे, जिन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का पहला सीजन राजस्थान रॉयल्स के लिए जीता था। उस सीजन शुरुआती मैच में हार के बाद अगले 13 लीग मैचों में से 11 में जीत हासिल कर राजस्थान ने प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया था। वॉर्न ने उन युवा खिलाड़ियों के दम पर खिताब जीता था, जिनके पास टी20 क्रिकेट का बहुत अधिक अनुभव नहीं था। वहीं भारतीय क्रिकेटर संजू सैसमन ने वाॅर्न की तारीफ की, साथ ही कहा कि उन्होंने अपना जीवन एक राजा की तरह जिया है।
वर्तमान में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने माना कि अगर किसी ने वार्न के साथ एक घंटा भी बिता लिया तो यह सीख आपके पूरे जीवन के लिए बहुत होगी। वाॅर्न की 4 मार्च 2022 को थाईलैंड में एक संदिग्ध दिल का दौरा पड़ने के कारण वार्न का निधन हो गया था।
सैमसन ने यूट्यूब शो ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस शो में कहा, “हमारे पास उनके लिए जो भी यादें हैं, उन्होंने अपने जीवन में जो भी दिन जिया है, वह बहुत स्पेशल था। वाॅर्न ऐसे इंसान थे कि अगर उनके साथ आपने एक घंटा भी बिताया होता, तो आप जीवन भर के लिए कोई सीख ले सकते हैं। वह उस तरह के इंसान थे जिन्होंने अपने 52 साल के जीवन को एक राजा की तरह जिया। उनके विचार वास्तव में शानदार थे।”
शेन वॉर्न का सामना करना मेरा सपना था- संजू सैमसन
सैमसन ने आगे कहा कि वाॅर्न का सामना करना उनका सपना था, लेकिन जब संजू ने आईपीएल में डेब्यू किया उससे पहले वॉर्न रिटायर हो चुके थे। हालांकि, 2020 में वॉर्न रॉयल्स की ओर से मेंटर के रूप में लौट आए, जिस वजह से सैमसन को उनकी गेंदों का सामना करने का मौका मिला।
सैमसन ने कहा कि, “शेन वॉर्न की गेंदों का सामना करना मेरा सपना था, लेकिन जब वह रिटायर हुए तो मुझे लगा कि अब मैं उनके खिलाफ नहीं खेल पाऊंगा। लेकिन उन्होंने रॉयल्स टीम के मेंटर के रूप में वापसी की। फिर मैंने उनसे कहा, ‘शेन क्या आप मुझे एक-दो गेंद डाल सकते हैं। फिर उन्होंने जवाब दिया, ‘क्यों नहीं दोस्त’। उस उम्र में भी उनका एक अलग स्वैग था। रॉयल्स में हम सभी की उनके साथ कई यादें हैं। अगर वह पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ के बीच बैठे होते, तो हर कोई महसूस कर सकता था कि शेन वार्न वहां बैठे हैं, उस तरह की ऊर्जा उनमें थी।”