यशस्वी जायसवाल ने प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में अपने पहले शतक के महत्व पर बात की
रणजी ट्रॉफी 2022 के दूसरे सेमीफाइनल में मुंबई का सामना 14 जून से बेंगलुरु के क्रिकेट अकादमी ग्राउंड में उत्तर प्रदेश से होगा।
अद्यतन - जून 12, 2022 4:29 अपराह्न
युवा भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने उत्तराखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी 2022 के दूसरे क्वार्टर फाइनल की दूसरी पारी में यादगार शतक लगाया। सुवेद पारकर के दोहरे शतक और यशस्वी जायसवाल के प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में पहले शतक के बदौलत मुंबई ने उत्तराखंड पर 725 रनों की जीत दर्ज की।
20-वर्षीय बल्लेबाज प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला शतक अपनी केवल दूसरी पारी में लगाने में कामयाब रहे। आपको बता दें, यशस्वी जायसवाल ने साल 2019 में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया था, लेकिन अंडर-19 वर्ल्ड कप और कोरोना वायरस महामारी के कारण उन्हें एक से ज्यादा मैच खेलने का मौका नहीं मिला। लेकिन उन्हें रणजी ट्रॉफी 2022 के दूसरे क्वार्टर फाइनल में जैसे ही मौका मिला, उन्होंने शतक के साथ अपनी वापसी का ऐलान किया।
यशस्वी जायसवाल ने प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में पहला शतक लगाने की खुशी जाहिर की
उत्तराखंड पर मुंबई की शानदार जीत के बाद, युवा बल्लेबाज ने प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में अपने पहले शतक के महत्व पर बात की और कहा यह पारी उनके लिए हमेशा यादगार रहेगी। उन्होंने कहा यह शतक उनकी कड़ी मेहनत का फल है, और यह रणजी ट्रॉफी 2022 के सेमीफाइनल में उन्हें और बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेगा।
यशस्वी जायसवाल ने स्पोर्टस्टार को बताया: “प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में मेरा पहल शतक मेरे लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है। मुझे रणजी ट्रॉफी में अपना पहला शतक हमेशा याद रहेगा। मुझे लगता है कि यह मेरे मनोबल और मानसिकता के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। यह मेरी कड़ी मेहनत का फल है। मेरे लिए यह शतक हमेशा के लिए यादगार रहेगा। मुझे रणजी ट्रॉफी में खेले हुए लगभग चार साल हो चुके थे।”
पहले अंडर-19 वर्ल्ड कप और फिर कोविड-19 के कारण मैं इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाया, और फिर इस सीजन में मुझे पहले तीन मैचों में मौका नहीं मिला। मुझे पिछले कुछ महीनो में खेलने के ज्यादा मौके नहीं नहीं मिल पाए। मैंने आईपीएल 2022 (IPL 2022) में भी राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए पहले तीन मैच खेले और फिर अगले सात मैचों में मुझे मौका नहीं दिया गया। हालांकि, मैंने आईपीएल के दूसरे हाफ में अच्छा प्रदर्शन किया (10 मैचों में 258 रन)। हालांकि, जब मुझे मौके नहीं मिले, उस दौरान पूरे समय मैंने खुद को प्रेरित रखा, और ये अनुभव मेरे सीखने का एक हिस्सा हैं। मुझे खुद पर विश्वास है, मुझे अपनी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।”