दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के सामने खड़ी हुयीं बेहद गंभीर समस्या बीसीसीआई को करना पड़ा हस्तक्षेप
अद्यतन - अप्रैल 13, 2018 1:47 अपराह्न
इंडियन प्रीमियर लीग के 11 वें सीजन में अभी तक 7 मैच खेले जा चुके है और इस दौरान कुछ टीमों ने अपनी शानदार शुरुआत की तो कुछ के लिए अभी तक ये सीजन उतना अच्छा नहीं शुरू हुआ है लेकिन इन सबके बावजूद आईपीएल के इस सीजन एक और समस्या का सामना करना पड़ा अभी 7 मैच के दौरान ही.
चेन्नई सूपर किंग्स जो आईपीएल में 2 साल बैन के बाद वापसी करने के साथ अपने पहले 2 मैच में उन्होंने शानदार तरीके से जीत दर्ज की और उसके बाद टीम के लिए सबसे बड़ी समस्या सीजन के शुरू होते ही अपने आगे के होम मैच चेन्नई की जगह किसी और मैदान में खेलने का निर्णय लेना पड़ा जो टीम के लिए काफी बड़ा झटका था क्योंकि चेन्नई की टीम चेपक के मैदान में बेहद मजबूत है और उसके यहाँ पर हरा पाना बेहद मुश्किल है लेकिन कावेरी विवाद के कारण ऐसा करना पड़ा और अब ऐसी ही समस्या का सामना दिल्ली डेयरडेविल्स को भी करना पड़ रहा है.
दिल्ली के सामने खड़ी हुयीं समस्या
दिल्ली डेयरडेविल्स को इस आईपीएल सीजन में अपना पहला होम मैच 23 अप्रैल को खेलना है और अभी इसमें 10 दिन का समय है लेकिन इस मैच को टेलीकास्ट करने के लिए ब्रोडकास्टर को ओल्ड क्लबहाउस का प्रयोग करना है जिसके लिए अब उसे दिल्ली हाईकोर्ट से इसे प्रयोग करने के लिए अनुमति चाहिए और यदि उन्हें अनुमति नहीं मिलती है तो दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम को भी अपने घरेलू मैच किसी और मैदान में खेलने का निर्णय लेना होगा.
हेमंत दुआ ने दिया बयान
इस समस्या के सामने आने के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के सीइओ ने और डीडीसीए ले बीच एक मीटिंग कोटला में हुयीं जिसमे सभी ने इस बात को कहा कि गेंदबाज़ से काफी दूरी के साथ टेलीकास्ट करना सही नहीं है और अब दिल्ली को अपने आईपीएल मैच गवाने पड़ सकते है. इस समय कानपुर, राजकोट, इंदौर और रायपुर इन 4 जगहों पर दिल्ली डेयरडेविल्स के मैच कराने कि योजना पर विचार चल रहा है. इस मामले में अगली सुनवाई 18 अप्रैल को होनी है लेकिन इस मामले की जल्दी सुनवाई के लिए पीएलइए दाखिल कर दी गयीं है क्योंकि तब तक काफी लेट हो जायेगा और फिर इंतजाम करने में समय भी अधिक नहीं मिल सकेगा.
बीसीसीआई ने दिया शुक्रवार तक का समय
बीसीसीआई ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार उन्होंने डीडीसीए को शुक्रवार तक का समय दिया है और तब तक यदि स्थिति साफ़ नहीं होती है तो उन्हें दिल्ली में होने वाले सभी मैच किसी और मैदान में कराने का निर्णय लेना होगा.