WTC Final से पहले मोंटी पनेसर ने दिए टीम इंडिया को जरूरी टिप्स, कहा- भारत को दो स्पिनर्स के साथ.... - क्रिकट्रैकर हिंदी

WTC Final से पहले मोंटी पनेसर ने दिए टीम इंडिया को जरूरी टिप्स, कहा- भारत को दो स्पिनर्स के साथ….

मोंटी पनेसर ने कहा कि यह एक ऐसी पिच है, जिस पर आप दो स्पिनर्स के साथ मैदान पर उतरना चाहेंगे।

(Photo by Christopher Lee/Getty Images for Laureus)
(Photo by Christopher Lee/Getty Images for Laureus)

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला 7 जून से लंदन के ओवल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाएगा। वहीं टीम इंडिया के प्लेइंग XI को लेकर चर्चा भी काफी तेज है। दरअसल प्लेइंग XI में केएस भरत या ईशान किशन को शामिल करने से लेकर गेंदबाजों को लेकर भी काफी बयानबाजी हो रही है।

दरअसल, कुछ दिग्गज खिलाड़ियों का कहना है कि रविंद्र जडेजा और आर अश्विन दोनों को साथ में टीम में मौका मिलना चाहिए। तो वहीं कुछ खिलाड़ियों का कहना है कि प्लेइंग XI में किसी एक को मौका देना चाहिए। इस बीच इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी मोंटी पनेसर ने भी WTC फाइनल से पहले टीम इंडिया के प्लेइंग XI को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

वे दो स्पिनर्स के साथ मैदान पर उतरना चाहेंगे- मोंटी पनेसर 

बता दें इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए मोंटी पनेसर ने कहा कि, यह एक ऐसी पिच है, जिस पर आप दो स्पिनर्स के साथ मैदान पर उतरना चाहेंगे। गेंद अगर टर्न होती है तो स्पिनर्स को भी उछाल मिलेगी। मेरा मानना है कि विकेट फ्लैट रहेगी और ऐसे में दो स्पिनर्स के साथ खेलने पर टीम इंडिया को जरूर मदद मिलेगी।

उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि, हमने देखा है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को स्पिनर्स के खिलाफ परेशानी होती है, खासकर भारतीय स्पिनर्स के खिलाफ। मुझे नहीं लगता कि, पिच पर घास होने वाली है क्योंकि वे चाहेंगे कि मैच चार दिन तक चले। इसके साथ ही उन्होंने प्लेइंग XI में उमेश यादव को शामिल करने को लेकर भी बात कही है।

मोंटी ने कहा कि, यह देखना दिलचस्प होगा कि तेज गेंदबाज कौन होंगे क्योंकि उनके पास भी काफी विकल्प है। भारत को जडेजा और अश्विन के रूप में अतिरिक्त बल्लेबाजी विकल्प मिलेंगे लेकिन मैं तीसरे गेंदबाज के तौर पर उमेश यादव के साथ जाना चाहूंगा। दरअसल, द ओवल में गेंद रिवर्स होती है और अगर बात गेंद रिवर्स की आती है तो हमने देखा है कि भारतीय गेंदबाज कितने अच्छे होते हैं। वे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की तुलना में ज्यादा मूव करा सकते हैं।

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