गेंदबाजों को प्रोत्साहित करने के लिए उर्दू छोड़ बंगाली भाषा बोलने लगे मोहम्मद रिजवान - क्रिकट्रैकर हिंदी

गेंदबाजों को प्रोत्साहित करने के लिए उर्दू छोड़ बंगाली भाषा बोलने लगे मोहम्मद रिजवान

बांग्लादेश की पहली पारी में लिटन दास ने बनाए थे 114 रन।

Mohammad Rizwan. (Photo Source: Twitter)
Mohammad Rizwan. (Photo Source: Twitter)

पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच चटोग्राम में पहले टेस्ट के दौरान मोहम्मद रिजवान ने कुछ ऐसी बात कही जिसे सुनकर लिटन दास भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए। खेल के पहले दिन में, लिटन और मुशफिकुर रहीम ने बांग्लादेश को मैच में वापसी करवाई, उनकी टीम एक वक्त 16.2 ओवर में 49 रन पर 4 विकेट गंवाने के बाद मुश्किल में नजर आ रही थी। दोनों ने अपनी टीम को मैच में वापस लाने के लिए पांचवें विकेट के लिए 206 रन की साझेदारी की।

इस साझेदारी के दौरान रिजवान अपने गेंदबाजों को जोश में रखने की कोशिश कर रहे थे। जब लिटन दास 45 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब रिजवान ने बांग्ला भाषा में बाएं हाथ के स्पिनर नौमान अली को प्रोत्साहित करने की कोशिश की। उनको हौसला देने के लिए रिजवान ने बंगाली भाषा का इस्तेमाल किया। उन्हें ‘भालो बॉलिंग’ (अच्छी गेंदबाजी) कहते हुए सुना गया।

नौमान के गेंद फेंकने के बाद रिजवान ने ‘भालो-भालो’ (गुड-गुड) कहा। दास, जो स्ट्राइक पर थे, उन्होंने पीछे मुड़कर रिजवान की ओर देखा और मुस्कुराते हुए नजर आए। लिटन ने दूसरे दिन के खेल की शुरुआत में हसन अली के आउट होने से पहले 11 चौकों और एक छक्के की मदद से 114 रन बनाए।

शतक जड़ने के बाद लिटन दास ने दी बड़ी प्रतिक्रिया

युवा खिलाड़ी को पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 में खेलने का मौका नहीं मिला है, लेकिन उनका मानना ​​था कि टी-20 में नहीं खेलने की वजह से उन्हें टेस्ट क्रिकेट पर बेहतर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली। दास ने आगे चलकर थोड़ी और निरंतरता दिखाने का भी वादा किया।

दूसरे दिन के खेल के बाद लिटन दास ने कहा कि, “मुझे लगता है कि यह टी-20 में मुझे दिए गए ब्रेक का परिणाम है। शायद टीम प्रबंधन चाहती थी कि मैं टेस्ट में अच्छा करूं। शतक तक पहुंचना हमेशा एक शानदार एहसास होता है। मैं अपने आखिरी टेस्ट में जिम्बाब्वे के खिलाफ इसे हासिल करने के करीब पहुंच गया था। लेकिन यह क्रिकेट का हिस्सा है।”

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