पाकिस्तानी ड्रेसिंग रूम में तनाव का माहौल, कई खिलाड़ी निशाने पर
अद्यतन - जनवरी 1, 2019 7:56 अपराह्न
पाकिस्तान के बारे में कहा जाता है कि यदि उनके टीम के खिलाड़ियों में एकता होती तो उनकी टीम का प्रदर्शन कहीं बेहतर होता, लेकिन इस टीम की ऊर्जा आपस में लड़ने में ही बरबाद होती है। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैच में करारी हार के बाद ड्रेसिंग रूम का माहौल फिर बिगड़ गया है। इस बात की पुष्टि पाकिस्तान बैटिंग कोच ग्रांट फ्लॉवर ने की है। ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत के दौरान यह बात फ्लॉवर ने स्वीकारी।
सेंचुरियन में हुए टेस्ट मैच में एक समय पाकिस्तान का स्कोर एक विकेट पर सौ रन था, लेकिन इसके बाद 190 रन पर पूरी टीम लुढ़क गई और यह बात कोच मिकी आर्थर को पसंद नहीं आई और उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों की जम कर खबर ली। उनका मानना था कि पाकिस्तानी बल्लेबाज थोड़े और रन बनाते तो पाकिस्तान टेस्ट मैच जीत भी सकता था।
फ्लॉवर के अनुसार कई सीनियर खिलाड़ी अब निशाने पर हैं जो केवल नाम के बूते पर टीम में बने हुए हैं और अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। बात एक-दो की नहीं बल्कि अधिकांश की हो रही है। टीम में वातावरण अच्छा नहीं है। वैसे भी हार के बाद वातावरण अच्छा नहीं रहता। आखिरकार हैप्पी लूजर कौन बनना चाहता है। हार कर आप खुश नहीं हो सकते।
फ्लॉवर ने बताया कि मिकी ने टीम के कई खिलाड़ियों से कड़े शब्दों में बात की और यह जरूरी भी था। आप इंटरनेशनल क्रिकेट को हल्के तौर पर नहीं ले सकते। मिकी के शब्दों में ईमानदारी है। कुछ लड़कों को मिकी की बात पसंद नहीं आई होगी, लेकिन सभी जानते हैं कि कभी-कभी कड़वी बातें सुनने को मिलती है। मिकी ऐसा करने वाले पहले कोच नहीं है। मुझे उम्मीद है कि वे इसे चुनौती के रूप में लेंगे और जोरदार वापसी करेंगे। 3 जनवरी से अगला टेस्ट मैच शुरू होने वाला है।
पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद पर भी सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने पहले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में ज़ीरो बनाया था। उनकी कप्तानी भी खास नहीं थी। उनको भी टीम से हटाने की बाद उठ रही है। साथ ही कहा जा रहा है कि सरफराज से टेस्ट मैचों की कप्तानी छीनने का समय आ गया है।
इस बारे में फ्लॉवर का कहना है कि बतौर कप्तान, बैट्समैन और विकेटकीपर क्रिकेट का सबसे कठिन कार्य है। यदि उन पर से कप्तानी का दबाव कम कर दिया जाए तो वे बेहतर बल्लेबाजी कर सकते हैं। यदि उन्हें कप्तान के रूप में जारी रखा जाता है तो सरफराज को तकनीकी और मानसिक रूप से इस दबाव को सहने का तरीका ढूंढना होगा।
फ्लॉवर की बातों से साफ झलक रहा है कि पाकिस्तानी ड्रेसिंग रूम में हलचल है और इससे वे दूसरे टेस्ट मैच में कैसे निपटते हैं कुछ ही दिनों में सामने आ जाएगा।