रवींद्र जडेजा को लेकर सोशल मीडिया पर छीछालेदर के बाद जानिए CSK टीम के CEO ने आखिर क्या दिया बयान
11 मई 2022 को रवींद्र जडेजा चोटिल होने की वजह से IPL 2022 सीजन के बाकी बचे मैचों से बाहर हो गए।
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - मई 12, 2022 8:56 अपराह्न
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 का सीजन गत-विजेता चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा। फ्रेंचाइजी ने इस सीजन की शुरुआत होने से पहले नेतृत्व में बदलाव करते हुए धोनी की जगह ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया था। जिसके बाद सभी को उम्मीद थी कि जडेजा भी धोनी की तरह टीम को आगे लेकर जाने का काम करेंगे। लेकिन शुरुआती कुछ मुकाबलों में जडेजा पूरी तरह से दबाव में दिखाई दिए।
जिसके बाद उन्होंने अपने खेल पर ध्यान लगाने के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी वापस धोनी को सौंपने का फैसला किया। लेकिन इसके बाद वह मैच के दौरान चोटिल होने की वजह से सीजन के बाकी बचे मैचों से बाहर हो गए। वहीं फिर ऐसी भी खबरें सामने आने लगी कि CSK फ्रेंचाइजी और जडेजा के बीच में इस समय संबंध बेहतर नहीं हैं और इसी कारण टीम ने उन्हें सोशल मीडिया पर अनफॉलो कर दिया।
इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स टीम के सीईओ काशी विश्वनाथन को अपनी तरफ से एक बयान भी जारी करना पड़ा। जिसमें इंडियन एक्सप्रेस को दिए बयान में उन्होंने कहा कि, यह जो भी खबरें चल रही हैं, वह पूरी तरह से गलत है। मुझे इस बारे में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है कि आखिर खबरों में क्या चल रहा है। लेकिन मैं मैनेजमैंट की तरफ से सिर्फ इतना कह सकता हूं कि फ्रेंचाइजी और जडेजा के बीच में किसी तरह की कोई समस्या नहीं है और वह आगे भी टीम के लिए खेलते हुए दिखेंगे।
बीच सीजन में लिया कप्तानी छोड़ने का फैसला
रवींद्र जडेजा इस सीजन में बल्ले और गेंद से बिल्कुल भी कोई खास प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हुए हुए जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण उनके ऊपर कप्तानी का अतिरिक्त दबाव साफतौर पर झलक रहा था। इसी कारण वह अपने खेल पर भी ध्यान नहीं लगा पा रहे थे, हालांकि उनके पास धोनी जैसा सहयोगी मौजूद था, लेकिन वह फिर भी कोई खास प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हो सके।
जिसमें जडेजा के कप्तानी छोड़ने के बाद धोनी ने एक मैच में प्रजंटेशन के दौरान कहा कि, जब आप कप्तान बनते हैं, तो आप पर काफी सारी उम्मीदों का दबाव भी साथ में आता है, लेकिन इससे आपको घबराना नहीं चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि कप्तानी के दबाव के चलते वह अपने खेल पर ध्यान नहीं लगा पा रहे थे।