जोस बटलर ने पहले इंग्लैंड को जीताया टी-20 वर्ल्ड कप; अब अपने इस कदम से जीत रहे हैं दिल!
जोस बटलर ने शैंपेन सेलिब्रेशन से पहले अपने बगल में बैठे आदिल राशिद और मोईन अली को मंच से बाहर भेजकर सभी का दिल जीत लिया।
अद्यतन - नवम्बर 14, 2022 10:14 पूर्वाह्न
जोस बटलर न सिर्फ एक बेहतरीन क्रिकेटर और कप्तान है, बल्कि एक शानदार इंसान भी हैं जो सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, और इसका एक नमूना पाकिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड की आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में जीत के बाद देखने को मिला।
जैसे ही इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने 10 नवंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ पांच विकेट की जीत दर्ज की, ड्रेसिंग रूम में जश्न का माहौल छा गया। जिसके कुछ देर बाद इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर को टी-20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी सौंपी गई, और जश्न के लिए शैंपेन की बोतलें खुलने ही वाली थीं कि स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ने अपने दिल को छू वाले जेस्चर से सभी का दिल जीत लिया।
जोस बटलर ने बीच में ही रुकवा दिया था शैंपेन सेलिब्रेशन
दरअसल, इंग्लैंड क्रिकेट टीम में दो मुस्लिम क्रिकेटर हैं, आदिल राशिद और मोईन अली, और जोस बटलर और बाकी टीम के साथियों ने उनकी आस्था और धर्म का सम्मान करते हुए उन्हें शैंपेन खोलकर टी-20 वर्ल्ड कप 2022 जीत का जश्न मनाने से पहले अलग हटने का समय दिया।
इंग्लैंड के कप्तान बटलर ने शैंपेन सेलिब्रेशन से पहले अपनी पूरी टीम के साथ एक ग्रुप तस्वीर खिंचवाने का फैसला किया ताकि कोई भी खिलाड़ी इस ऐतिहासिक जीत का गवाह बनने से चूक न जाए, खासकर मोईन अली और आदिल राशिद। जैसे ही फोटो क्लिक करवाकर हुई, बटलर ने राशिद और मोईन को अलग हटने के लिए कहा, जिसके बाद जैसे वे दूर हटे, टीम के अन्य सदस्यों ने शैंपेन की बोतलें खोलीं और अपने टी-20 वर्ल्ड कप की जीत का जश्न मनाया।
यहां देखिए वीडियो –
Respect for religious diversity is an essential element of any peaceful society.
Here England captain Jos Buttler asked Adil Rashid and Moeen Ali to leave before they celebrated with champagne. Respect.#ENGvsPAK #T20WorldCup22 #T20WorldCupFinal pic.twitter.com/Tu9pvqKZba
— Mohd Shahnawaz Hussain (@Mohd_S_Hussain) November 13, 2022
आपको बता दें, पैट कमिंस ने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ एशेज जीत के बाद अपने अन्य साथी खिलाड़ियों को शैंपेन की बोतलें खोलने से रोका और जीत का जश्न मनाने और तस्वीरें खिंचवाने के लिए सबसे पहले उस्मान ख्वाजा को मंच पर बुलाया, जिसके बाद उन्होंने शैंपेन सेलिब्रेशन शुरू किया था। इससे यह भी पता चला कि क्रिकेट में हर धर्म को सम्मान दिया जाता है।