ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व मुख्य कोच ने बताया कि भारत की दूसरे दर्जे की टीम से मिली हार ने खिलाड़ियों को पूरी तरह से झकझोर दिया था
जॉन बुकानन ने इस दौरान इंग्लैंड टीम की मौजूदा एशेज सीरीज में भी प्रदर्शन को लेकर बात की।
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - जनवरी 8, 2022 12:45 अपराह्न
साल 2021 में ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत किसी बुरे सपने से कम नहीं रही थी, जिसमें उन्हें भारत के खिलाफ अपने ही घर पर लगातार दूसरी बार टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उसके बाद उन्होंने पूरी साल शानदार तरीके से वापसी करते हुए ना सिर्फ पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप को अपने नाम किया बल्कि एशेज को फिर से रिटेन करने में भी कामयाब रहे।
अब इसी को लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व मुख्य कोच जॉन बुकानन ने अपने एक बयान में कहा कि, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2021-22 में मिली ऑस्ट्रेलियाई टीम को हार से उन्हें काफी बड़ा झटका लगा था। जिसमें भारत की एक दूसरे दर्जे की टीम से अपने घर पर हार का सामना करने पर कई प्रमुख खिलाड़ियों की जगह को लेकर भी सवाल खड़े हो गए थे।
द टेलीग्राफ से बात करते हुए जॉन बुकानन ने कहा कि, भारत के खिलाफ घर पर हार मिलने के बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को उनके आत्मसम्मान को लेकर काफी बड़ा झटका लगा था। वहीं खिलाड़ियों के साथ सपोर्ट स्टाफ के कई सदस्यों की जगह को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे थे। लेकिन टीम को फिर से पटरी पर लाने के लिए समय लगता है। साथ ही आपको कुछ ऐसे अनुभव भी मिलते हैं, जिनको बेहतर नहीं होते है।
टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में ऑस्ट्रेलियाई टीम की जीत के बाद मैने जस्टिन लैंगर से बात की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि वह एशेज के लिए काफी बेहतर तरीके से तैयार हैं। जो हमें शुरुआती 3 टेस्ट मैचों में साफतौर पर देखने को भी मिला है।
इंग्लैंड के लिए यह एक खराब दौरा रहा
वहीं क्वींसलैंड के पूर्व खिलाड़ी जॉन बुकानन ने इंग्लैंड टीम के एशेज 2021-22 में प्रदर्शन को लेकर भी बात की जिसमें मेहमान टीम अभी तक काफी संघर्ष करते हुए साफतौर पर दिखाई दी है। जिसमें बुकानन के अनुसार इंग्लैंड की टीम कुछ खिलाड़ियों पर अधिक निर्भर है, जिसके चलते पिछले कुछ सालों में उनका इस फॉर्मेट में लगातार खराब प्रदर्शन देखने को मिला है।
बुकानन ने इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन को लेकर कहा कि, इंग्लैंड के लिए यह दौरा बेहद खराब रहा है, लेकिन यदि हम उनके पिछले 2 से 3 सालों में इस फॉर्मेट में प्रदर्शन को देखें तो वहां भी कुछ बेहतर देखने को नहीं मिलेगा। टीम जो रूट, बेन स्टोक्स, जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड पर पूरी तरह से निर्भर दिखाई देती है। वहीं टीम का ओपनिंग और मध्यक्रम पूरी तरह से संघर्ष करता हुआ दिखाई दिया है।