विदर्भ की टीम ने फाइनल में दिल्ली को हराकर रणजी में रचा इतिहास
अद्यतन - जनवरी 1, 2018 8:33 अपराह्न

विदर्भ की नये साल की शुरुआत इससे अच्छी नहीं हो सकती थी उन्होंने सोचा भी नहीं होगा जब उन्होंने इस रणजी सीजन की थी तो वे रणजी का पहला खिताब इस बार जीत जायेंगे लेकिन इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला गया रणजी के इस सीजन का फाइनल मैच जो दिल्ली और विदर्भ में बीच में था उसे विदर्भ की टीम ने चौथे ही दिन खत्म करके 9 विकेट से इस मैच में जीत हासिल कर ली और रणजी की अब तक की विजेता सूचि में अपना नाम भी पहली बार दर्ज करा लिया.
पूरे सीजन खेला शानदार खेल
विदर्भ की टीम ने इस पूरे रणजी सीजन काफी शानदार खेल दिखाया है. विदर्भ की रणजी में ग्रुप डी में थी जिसमे उसने अपने ग्रुप में टॉप करते हुए 6 में से 4 मैच जीतकर कुल 31 पॉइंट्स कमायें थे इसके बाद टीम की क्वाटर फाइनल में केरला से भिडंत हुई जिसमे विदर्भ ने 412 रन की बड़ी जीत दर्ज करके इस बात को जाहिर कर दिया कि इस बार उनके इरादे इस ट्राफी को जितने पर है.
कर्नाटक को हराकर पहुंचे फाइनल में
विदर्भ की सेमीफाइनल में भिडंत कर्नाटक जैसी मजबूत टीम से थी और उसे हराने के विदर्भ के खिलाड़ियों को कोई भी गलती नहीं करनी थी और ये मैच भी बेहद रोमांचक हुआ लेकिन आखिर में विदर्भ की टीम ने इस मैच की सिर्फ 5 रन के मामूली अंतर से जीतकर फाइनल में अपनी सीट पक्की कर ली थी जिसके बाद दिल्ली को फाइनल में साल के पहले दिन हराकर रणजी में नया इतिहास लिख दिया.
कप्तान ने दिखाया पूरे सीजन शानदार खेल
विदर्भ की इस सीजन सफलता का राज उनके कप्तान का पूरे सीजन शानदार खेल दिखाना रहा है. फैज फजल ने इस सीजन 14 मैच में 70 के औसत से 912 रन बनायें जिसमे इस खिलाड़ी ने 5 शतक भी लगायें थे. फैज के अलावा टीम में शामिल संजय रामास्वामी ने भी इस सीजन 14 मैच में 64 के औसत से 775 रन बनायें है. वहीँ यदि गेंदबाजी की बात की जाए तो टीम के लिए इस सीजन रजनीश गुरबानी रहे जिन्होंने सिर्फ 6 मैच में 39 विकेट अपने नाम पर किये और 5 बार 5 विकेट लेने का कारनामा करने के साथ फाइनल मैच में इस गेंदबाज ने हैट्रिक भी लेने का कारनामा किया था.