बिना कोच के ही विष्णु विनोद पहुंच गए आईपीएल और रणजी स्तर तक
मेरा सपना था कि मैं रणजी में केरल का प्रतिनिधित्व कर सकूं: विष्णु विनोद
अद्यतन - मई 13, 2022 10:21 अपराह्न
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के खिलाड़ी विष्णु विनोद ने अपने क्रिकेट सफर की कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपना सपना पूरा किया और उनका कभी कोई व्यक्तिगत कोच नहीं रहा। विष्णु प्रथम श्रेणी क्रिकेट में केरल का प्रतिनिधित्व करते हैं जिनके लिए उन्होंने 2016 में पर्दापण किया था।
विष्णु विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं लेकिन उन्होंने हमेशा अपनी बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान दिया है। यही वजह है कि उनको किसी भी बल्लेबाजी क्रम पर खेलने के लिए उतारा जा सकता है। 2016 से ही उन्होंने प्रथम श्रेणी में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। वो तब से केरल के स्क्वायड में रहे हैं। उन्होंने खेल की शुरुआत जिला स्तर से की थी और जिला सचिव से उन्हें काफी मदद मिली और वे राज्य टीम तक पहुंच पाए।
विष्णु विनोद बिना कोच के पहुंच गए आईपीएल स्तर तक
SRH फ्रेंचाइजी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें विनोद अपने अब तक के सफर को लेकर जानकारी साझा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि, अभी तक उनके पास क्रिकेट कोच नहीं है। पथानामथिट्टा के जिला सचिव जोजी जॉन ने उनकी काफी मदद की जिसकी वजह से वो क्रिकेट में इतनी ऊंचाइयों तक पहुंच सके।
विष्णु ने कहा, “चाहे क्रिकेट किट की बात हो या अभ्यास के दौरान मुझे गेंदबाजी करने की, उन्होंने मेरी खूब सहायता की है। अगर आज मुझे कोई सहायता चाहिए होती है तो मैं उन्हीं से कॉल पर बात कर लेता हूं। वह मुझसे जो भी बोलते हैं, वह मेरे लिए काफी मददगार साबित होता है।” इसके अलावा विष्णु ने बताया कि कैसे उन्हें केरल के खिलाड़ियों ने प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि, खिलाड़ियों का खेल देखकर मुझे प्रोत्साहन मिला और मैं हर मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन कर पाया। मेरा सपना था कि मैं रणजी में केरल का प्रतिनिधित्व कर सकूं।
From humble beginnings in Pathanamthitta to the #IPL, Vishnu Vinod’s journey continues with a father figure watching on him 🧡#OrangeArmy #ReadyToRise #TATAIPL pic.twitter.com/7iivST0Qgh
— SunRisers Hyderabad (@SunRisers) May 12, 2022
अपने क्रिकेट सफर को लेकर विष्णु विनोद ने आगे कहा, “पथानामथिट्टा जिले के लिए खेलते हुए 2-3 खिलाड़ी थे जो राज्य टीम के लिए खेल रहे थे। उनको केरल के लिए खेलते हुए देख मुझे भी अपने राज्य के लिए खेलने का प्रोत्साहन मिला। एक समय ऐसा भी आया जब मुझे केरल के लिए खेलना था और सफेद जर्सी पहनी थी। उसके बाद मैं केरल के लिए अंडर-19 में खेला। मेरा अगला सपना था कि मैं केरल के लिए रणजी में खेलूं।”