2011 वनडे वर्ल्ड कप को जीतने के बाद हमने गैरी कर्स्टन का करियर एक कोच के रूप में बनाया: वीरेंद्र सहवाग
हाल ही में ICC और BCCI ने आगामी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल की घोषणा की।
अद्यतन - Jun 29, 2023 5:21 pm

इस साल अक्टूबर-नवंबर महीने में भारत में वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है और सभी टीमें इसका बेसब्री से इंतजार कर रही है। हाल ही में ICC और BCCI ने आगामी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल की घोषणा की। मेजबान भारत इस सीजन का अपना पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 अक्टूबर को खेलेगी।
बता दें, भारतीय टीम ने अपना आखिरी ICC कप 2013 (चैंपियंस ट्रॉफी) में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 2011 का वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। भारतीय टीम का प्रदर्शन 2011 वनडे वर्ल्ड कप में काफी अच्छा रहा था। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी गैरी कर्स्टन की कोचिंग में भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को मात दी। अब रोहित शर्मा की कप्तानी और राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम एक और बार इस उपलब्धि को हासिल करना चाहेगी।
2011 वनडे वर्ल्ड कप की विजेता टीम के खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने एक इवेंट में कई चीजों का खुलासा किया और आगामी वनडे वर्ल्ड कप 2023 को लेकर भी बड़ा बयान दिया। वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि कोच की एक अलग ही पहचान बनाने के लिए खिलाड़ी भी जिम्मेदार होते हैं और भारतीय टीम ने गैरी कर्स्टन को कोच के रूप में उनका करियर बनाया है।
हमने 2011 वर्ल्ड कप को जीतने के बाद गैरी कर्स्टन का करियर बनाया वीरेंद्र सहवाग
वीरेंद्र सहवाग ने ICC इवेंट पर कहा कि, ‘जब एक खिलाड़ी मैदान पर होता है तब कोच की इज्जत पूरी तरह से उसके ऊपर होती है। अगर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है तो कोच की तारीफ होती है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हम पहुंचे लेकिन किसी ने यह नहीं कहा कि हम वहां तक कैसे पहुंचे। सब लोग हमारी आलोचना कर रहे थे। राहुल द्रविड़ काफी अच्छे कोच है लेकिन आखिर में खिलाड़ियों को ही अपना काम करना चाहिए।
2011 वर्ल्ड कप को जीतने के बाद हमने गैरी कर्स्टन के करियर को बनाया। उन्होंने उसके बाद कई टीम की कोचिंग की लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के अलावा उनको किसी में भी जीत दर्ज नहीं मिली। आशीष नेहरा भी गैरी कर्स्टन के साथ काफी काम कर रहे हैं और यह भी सच है कि यह चीज सब लोग देख रहे हैं।’
पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने आगे कहा कि, ‘मेरे लिए बाहर से कोचिंग स्टाफ को सबसे पहला काम यह करना चाहिए कि उनके खिलाड़ियों को हमेशा फ्रेश रखें जिससे वो अपना शत-प्रतिशत दे सके। अगर ऐसा होता है तो हम भारतीय टीम को वर्ल्ड कप उठाते हुए देख सकते हैं।’