आईपीएल शुरू होने से पहले आधी हिस्सेदारी बेचना चाहते हैं राजस्थान रॉयल्स के मालिक, क्यों लिया यह बड़ा फैसला
अद्यतन - जनवरी 18, 2019 10:35 पूर्वाह्न
आईपीएल का रोमांच 23 मार्च से शुरू होने जा रहा है। ऐसे में सभी टीमें इसकी तैयारियों में जोर शोर से लगी हुई है। इस बीच राजस्थान रॉयल्स की फ्रेंचाइजी अपनी हिस्सेदारी का एक बड़ा हिस्सा बेचने की तैयारी में लगी है। बताया जा रहा है कि फ्रेंचाइजी ने यह फैसला टीम को बूस्ट करने के लिए उठाया है। यह भी दावा किया जा रहा है कि कई बड़े औद्योगिक घराने इस टीम में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
यह भी कहा जा रहा है कि फ्रेंचाइजी ने बीसीसीआई को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है कि वह टीम की आधे से ज्यादा हिस्सेदारी बेचना चाहते हैं। मनोज बडाले राजस्थान रॉयल्स के मूल मालिक हैं। उनका यह फैसला हैरान करने वाला है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हां, राजस्थान रॉयल्स अपनी हिस्सेदारी का बड़ा हिस्सा बेच रहा है और सबसे ज्यादा बोली लगाने वालों को ही यह मिलेगा। हमने जो कुछ सुना है उसमें यह करीब 50 प्रतिशत होगा और देश के कुछ बड़े व्यावसायिक घराने इस हिस्सेदारी को खरीदने के इच्छुक दिख रहे हैं।’
सजीव गोयनका ने दिखाई दिलचस्पी : बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार, राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के पूर्व मालिक संजीव गोयनका इस हिस्सेदारी को खरीदने के इच्छुक हैं, हालांकि उनसे बात नहीं हो पाई है। उनके अलावा पश्चिम भारत से भी बड़े व्यवसाइयों ने भी इसमें अपनी रुचि दिखाई है। अधिकारी ने कहा कि गोयनका ने हमेशा से आइपीएल में फिर से जुड़ने के साथ अपनी रुचि दिखाई है। देखते हैं कि आगे क्या फैसला लिया जाता है। 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स आईपीएल के फाइनल में पहुंची थी।
विवादों में रही है राजस्थान रॉयल्स : हिस्सेदारों के बीच मतभेदों के चलते राजस्थान रॉयल्स पहले भी विवादों में रही है। इसी वजह से 2010 में टीम को आईपीएल से निलंबित भी कर दिया गया था। कुछ ही दिन पहले राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल-2019 के लिए पैडी अपटन को एक बार फिर टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया था। वह पहले भी चार साल तक टीम के मुख्य कोच रहे।
इस दौरान टीम 2013 में आईपीएल सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही। यह सत्र टीम के लिए मुश्किलों भरा रहा एस श्रीसंत सहित उसके तीन खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के बीच में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया था।