भारतीय टीम के अगले मुख्य कोच बनने को लेकर राहुल द्रविड़ की तरफ से BCCI को मिला यह संकेत
राहुल द्रविड़ NCA प्रमुख की भूमिका में रहना चाहते हैं।
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - नवम्बर 12, 2021 12:51 अपराह्न

भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने में व्यस्त है, तो वहीं इसके बाद टीम साल अक्टूबर-नवंबर के महीने में आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप खेलना है, जिसका आयोजन यूएई और ओमाान में होना। वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ में बड़ा परिवर्तन होने की संभावना पूरी तरह से जताई जा रही है क्योंकि मुख्य कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल टी-20 वर्ल्ड कप के बाद समाप्त हो जाएगा।
इस बार एक नाम जो भारतीय टीम के अगले मुख्य कोच बनने के लिए सबसे आगे चल रहा है वह पूर्व भारतीय कप्तान और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के प्रमुख राहुल द्रविड़ का है। लेकिन NCA के फिर से प्रमुख बनने के लिए राहुल द्रविड़ ने आवेदन दुबारा किया है, जिससे यह साफ पता चल रहा है कि वह भारतीय टीम के मुख्य कोच बनने को लेकर किसी तरह की दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
इसी पर दैनिक जागरण में छपे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पदाधिकारी के एक बयान के अनुसार उन्होंने रवि शास्त्री के फिर से मुख्य कोच बनने की संभावना को पूरी तरह खत्म नहीं बताया बल्कि कहा कि टी-20 वर्ल्ड कप के प्रदर्शन के आधार पर तय किया जाएगा कि शास्त्री को अगला मुख्य कोच बनाना है कि नहीं।
वहीं उन्होंने राहुल द्रविड़ को लेकर भी कहा कि वह टीम इंडिया के अगले मुख्य कोच नहीं बनना चाहते बल्कि उन्होंने यह साफ कर दिया कि वह NCA के क्रिकेट प्रमुख पद पर बने रहते हुए अपना काम जारी रखना चाहते हैं। वहीं अगले मुख्य कोच को लेकर किसी नाम के चर्चा को लेकर भी पदाधिकारी ने साफ कर दिया कि अभी किसी भी नाम को लेकर विचार नहीं किया जा रहा है।
साल 2014 में बतौर निदेशक के तौर पर जुड़े थे
रवि शास्त्री भारतीय टीम के साथ पहली बार साल 2014 में डायरेक्टर के तौर पर जुड़े थे। साल 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में हार के बाद उस समय टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले के पद छोड़ने के बाद रवि शास्त्री को 2019 वनडे वर्ल्ड कप तक भारतीय टीम का अगला मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। जिसके बाद उनका कार्यकाल टीम के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए टी-20 वर्ल्ड तक बढ़ा दिया गया लेकिन कोरोना की वजह से वर्ल्ड कप आगे बढ़ने के साथ शास्त्री के कार्यकाल को भी बढ़ा दिया गया।