सीरीज़ हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया को हुए 5 बड़े नुकसान, नंबर 3 से निपटना होगा सबसे बड़ी चुनौती
अद्यतन - जनवरी 7, 2019 7:47 अपराह्न
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीतने के बाद टीम इंडिया उत्साह से लबरेज़ है। नए साल 2019 की इससे अच्छी शुरुआत टीम इंडिया के लिए नहीं हो सकती। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में करीब 70 साल बाद टेस्ट सीरीज़ जीती है।
इस जीत के साथ टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रच दिया। जो बरसों तक क्रिकेट प्रेमियों के ज़हन में याद रहेगा। हालांकि टीम इंडिया सिडनी टेस्ट में जीत दर्ज नहीं कर पाई।
सिडनी में खराब मौसम भारतीय टीम की जीत की राह में रोड़ा बन गया। खैर, टीम इंडिया ने 4 मैचों की सीरीज़ 2-1 से जीत ली। जबकि 1 मैच ड्रा पर छूटा। ऐसे में टीम इंडिया की जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम को काफी नुकसान हो गए हैं। अब इन पांच नुकसान से उभरना ऑस्ट्रेलिया टीम की सबसे बड़ी चुनौती होगी।
1- तेज़ गेंदबाज़ों की खुल गई कलह
टीम इंडिया के बल्लेबाज़ों के सामने ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ों की पोल खुल गई है। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया एकमात्र ऐसी टीम है जो अपने घरेलू मैदान पर तेज़ गेंदबाज़ों के दम पर ही मैच जीतती थी। इसके साथ ही विरोधी टीम में तेज़ गेंदबाज़ों का ख़ौफ पैदा करती थी।
2- बेहतर कप्तान की करनी होगी तलाश
ऑस्ट्रेलिया टीम को अब अपने कप्तान के बारे में सोचना होगा। सभी लोगों को टिम पेन से काफी उम्मीदें थीं। लेकिन टिम पेन ने न तो मैदान में प्रदर्शन किया और न ही अच्छा रवैया रखा।
टिम पेन अपनी बचकानी हरक़तों से विवादों में आए। ऐसे में अब उनकी जगह निश्चित तौर ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड किसी दूसरे खिलाड़ी को कप्तान बनाने का सोचेगी।
3- वर्ल्डकप से पहले टीम इंडिया ने दिखाया आईना
अब जब वर्ल्डकप शुरु होने में महज़ कुछ माह ही बाकी हैं। ऑस्ट्रेलिया की यह हार उसकी बल्लेबाज़ी व गेंदबाज़ी की खो चुकी धार को दर्शाती है। जिससे अब अन्य टीमें भी ऑस्ट्रेलिया पर हावी होनी की कोशिश करनी होगी। जिससे ऑस्ट्रेलिया का वर्चस्व यकीनन कम हो गया है। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया टीम पिछले 70 सालों से अपने मैदान पर अजय साबित हुई थी।
4- करनी होगी बेहतर स्पिनर की तलाश
अब ऑस्ट्रेलियाई टीम को अपने टेस्ट क्रिकेट में जीत के लिए एक बेहतरीन स्पिनर की तलाश करनी होगी। लियोन भी अपने करियर के अंतिम पड़ाव में है।
ऐसे में कह पाना मुश्किल है कि लियोन के बाद स्पिन विभाग की कमान किसके पास होगी। शेन वॉर्न के संन्यास के बाद कंगारू टीम कभी बेहतरीन स्पिनर प्रोड्यूस नहीं कर पाई।
5- अब हर टूर्नामेंट में रहेगा मनोवैज्ञानिक दबाव
ऑस्ट्रेलिया टीम इस हार को जल्द पचा नहीं पाएगी। इस हार का नुकसान उन्हें मनोवैज्ञानिक तौर पर काफी उठाना पड़ेगा। क्योंकि फरवरी में कंगारू टीम को फिर भारत का दौरा करना है। ऐसे में कंगारू टीम के लिए अब आगामी बड़े टूर्नामेंट में जीत दर्ज करना सबसे बड़ी चुनौती होगी।